गाज़ियाबाद। त्यागी भूमिहार समाज के प्रबुद्ध जनों के संघटन राष्ट्रीय ब्रह्म ऋषि पारिषद के तत्वाधान में भगवान परशुराम जी की पावन जयन्ती हर्षोल्लास के साथ मनायी गयी। राज्य परिवहन निगम बस डिपो के मोहन नगर स्थित प्रांगण में पूजा अर्चना के उपरांत एक विशाल भंडारे का भी आयोजन राष्ट्रीय ब्रह्मऋषि पारिषद द्वारा किया गया। भगवान परशुराम के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए राष्ट्रीय ब्रह्म ऋषि पारिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष कपिल त्यागी नारंगपुर ने कहा कि हिन्दू पंचांग के अनुसार भगवान परशुरामजी की पावन जयन्ती बैसाख माह में शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनायी जाती है।

ऐसा माना जाता है कि इस दिन किये गए किसी भी पुनीत कार्य का पुण्य फल कभी कम नहीं होता है। अक्षय तृतीया से त्रेता युग का आरम्भ माना जाता है इसलिये इस दिन का विशेष महत्व होता है। राष्ट्रीय संघटन मंत्री अंकुल त्यागी ने कहा कि हमारे हिन्दू धर्म में य़ह भी मान्यता है कि परशुराम जी त्रेता से लेकर द्वापर से अमर है। त्रेता युग में रामायण व द्वापर युग में महाभारत में परशुरामजी की अहम भूमिका रहीं। परशुरामजी की पावन जयंती के इस पुनीत अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष कपिल त्यागी नारंगपुर,राष्ट्रीय संघटन मंत्री अंकुल त्यागी. राष्ट्रीय सचिव आदित्य त्यागी.विकास त्यागी.प्रधान महासचिव संदीप त्यागी, राष्ट्रीय प्रवक्ता अधिवक्ता मनोज त्यागी.भीम त्यागी,सुधीर त्यागी भूनी, ज्ञानेंद्र त्यागी ,संजय त्यागी,निखिल त्यागी, मुकेश त्यागी, संजय शर्मा,योगेश त्यागी,जोशिल त्यागी, हर्षवर्धन शर्मा, मोहित त्यागी, कन्हैया त्यागी आदि उपस्थित रहे l