गाजियाबाद। पत्रकारों के उत्पीड़न के खिलाफ पत्रकार एसोसिएशन गाजियाबाद द्वारा जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में गाजियाबाद पुलिस द्वारा पत्रकारों को कभी दबाब तो कभी षड़यंत्र के तहत प्रताड़ित किया जा रहा है। रविवार को एक हिंदी दैनिक समाचार पत्र के संपादक इमरान खान को पुलिस द्वारा षड़यंत्र के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। जिसका पत्रकार एसोसिएशन गाजियाबाद तथा जनपद के सभी पत्रकारों ने विरोध किया है।
पत्रकारों ने कहा कि क्या अब पत्रकार की कलम को सच्चाई लिखने अधिकार नहीं है। इस तरह पत्रकारों के अधिकारों का हनन हो रहा है, पत्रकार की आवाज दबाने का प्रयास किया जा रहा है। पत्रकार किसी भी स्थिति में सुरक्षित नहीं है। पत्रकार को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना गया है। पत्रकार समाज के हर वर्ग को आईना दिखाने का काम करता है।
पत्रकार एसोसिएशन गाजियाबाद ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से यह मांग की है कि तत्काल इस तरह की कार्रवाई पर रोक लगाई जाए और गिरफ्तार पत्रकार साको तत्काल प्रभाव से रिहा किया जाए। इस कार्रवाई में विलंब करने पर पत्रकार एसोसिएशन गाजियाबाद को धरना-प्रदर्शन करने पर मजबूर होना पड़ेगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी जिला प्रशानसन व पुलिस विभाग की होगी।
ज्ञापन देने के दौरान मुख्य रूप से पत्रकार एसोसिएशन गाजियाबाद के महामंत्री संजीव वर्मा, कोषाध्यक्ष योगेश कौशिक, सचिव तौषीक कर्दम, उपाध्यक्ष आशित त्यागी, प्रचार मंत्री रिंकू, अमित राणा, हिमांशु शर्मा, अशोक शर्मा, लोकेश राय, पीयूष गौड़, सत्यम पांचोली, सोबरन सिंह, श्रीराम, सैय्यद अली मेहंदी, जुबेर अख्तर, नौमान खान, ललित शर्मा, सचिन गुप्ता, निरंजन सिंघल, किशन स्वरूप, वीरेंद्र सिंह, मनीष गुप्ता, राजेश कौशिक, राहुल शर्मा, शोभा भारती, नरेश कुमार, अशोक कुमार, सुभाषचंद सहित काफी संख्या पत्रकार बन्धु मौजूद रहे।