गाजियाबाद। थाना ट्रोनिका सिटी इलाके में राशिद की हत्या के आरोप में पुलिस ने इस मामले में शातिर बदमाश गुलफाम और उसका साथ देने वाली महिला शहनाज को गिरफ्तार किया है। डीसीपी ग्रामीण एसएन तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि 17 सितम्बर को राशिद की हत्या कर उसका शव को जंगल मे फेंक दिया था। राशिद की पत्नी ने इस मामले की पुलिस से शिकायत की थी। जिसके बाद पुलिस द्वारा मामले खुलासे और आरोपियो की गिरफ्तारी के लिए थाना स्तर से तीन टीमों का गठन किया गया था। डीसीपी ग्रामी बताया कि थाना ट्रोनिका सिटी पुलिस ने मामले के खुलासे और आरोपियो की गिरफ्तारी चालाये अभियान और सर्विलांस की मदद से 72 घण्टे में घटना का खुलासा करते हुए वारदात को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी गुलफाम और सहयोगी शहनाज को अखाड़ा मंदिर चौराहा के पास से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी गुलफाम की निशादेही पर वारदात में इस्तेमाल आलाकत्ल लकड़ी का डण्डा व मृतक का मोबाइल फोन बरामद किया है। जबकि शहनाज की निशानदेही पर वारदात के दौरन आरोपी गुलफाम द्वारा पहने हुए कपड़े लोवर और टी-शर्ट उसके घर के पीछे गढ्ढे से बरामद किये गए। बरामद कपडों में मृतक का खून लगा हुआ।
पुलिस की पुछताछ में गुलफाम ने बताया कि मैं मुजफ्फरनगर से कवाल काण्ड के दंगे में मर्डर के केस मे जेल गया था। 11 साल तक जेल मे रहा था, जेल से 05अगस्त को छूटा था । जेल में मेरी मुलाकात बदरपुर गाजियाबाद में रहने वाले महताब से हुई थी। महताब भी तीन साल से जेल मे बंद था । मेरी महताब से आपस मे काफी घनिष्ठता हो गयी थी । महताब ने मुझे अपना मुंह बोला बेटा बना लिया था । महताब की पत्नी व अन्य घर वाले जब भी जेल मे मिलाई करने के लिए आते थे तो मुझसे भी मिलाई करते थे। शहनाज व उसके पति महताब ने मेरी जेल से रिहा होने की जमानत करायी थी। मैं पिछले महीने मुजफ्फरनगर जेल से रिहा हुआ था और महताब के घर करीब एक माह तक रहा था । महताब व शहनाज ने मुझे अपने गाँव सिखेडा भेज दिया था ।
महताब व शहनाज ने मुझको बताया था कि राशिद से हमारा मोबाईल फोन को लेकर विवाद हुआ था। इसी बात से नाराज होकर उसका बेटा 13 सितम्बर को अपने घर से चला गया था और वापस नहीं आया है। राशिद हम लोगों को धमकी दे रहा है कि अगर मेरा बेटा वापस नहीं आया तो तुम्हें जेल भिजवा दूंगा। तब मैंने ने कहा था कि आप परेशान मत हो, मैं आ रहा हूं सारा इंतजाम हो जायेगा। 16 अगस्त को सिखेडा से ग्राम बदरपुर महताब के घर आ गया था । घर पर इन लोगों ने पूरी बात बताई थी कि अगर राशिद का लडका नहीं मिला तो राशिद हम सबको जेल भिजवा देगा इसलिए राशिद को रास्ते से हटाना ही हमारे लिए ठीक रहेगा। कुछ देर बाद करीब एक डेढ बजे के बीच मृतक राशिद अपने हाथ मे डंडा लिये अपने बेटे की तलाश करता हुआ महताब के मकान के पीछे से निकलकर जा रहा था तो जावेद, गुलफाम, सुहैल ने मिलकर मृतक राशिद का मुँह भीचकर महताब के मकान के पीछे वाली जगह ले गये और राशिद से उसके डंडा छीनकर उसके मुँह व सिर पर जमकर मारपीट की गयी जिससे उसकी मौके पर मौत हो गयी।