नई दिल्ली(TBC News)। रोटरी क्लब आफ दिल्ली सफदरजंग डिस्ट्रिक्ट 3011 की ओर से भास्कराचार्य कॉलेज में थैलेसीमिया स्क्रीनिंग कैंप का आयोजन किया गया। कैंप का आयोजन रेड क्रॉस थैलीसेमिक सोसाइटी और भास्कराचार्य कॉलेज के चीफ साइंटिस्ट रो. डॉ. उमा चौधरी के सहयोग से किया गया। कैंप में कुल 114 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। यह स्क्रीनिंग एचपीसीएल टेस्ट के माध्यम से की गई।

इस मौके पर डॉ. उमा चौधरी ने बताया कि थैलेसीमिया एक विरासत में मिला रक्त विकार है। ये माता पिता से आपको मिल सकता है। जब ये समस्या होती है तो शरीर में हीमोग्लोबिन गड़बड़ाने लगता है और व्यक्ति में रक्तक्षीणता के लक्षण नजर आने लगते हैं।

इसमें शरीर इन प्रोटीन का पर्याप्त उत्पादन नहीं कर पाता है जो कि खून बनाने का काम करती हैं। जब पर्याप्त हीमोग्लोबिन नहीं होता है, तो शरीर की रेड ब्लड सेल्स ठीक से काम नहीं करती हैं और समय के साथ नष्ट हो जाती हैं।
इस मौके पर कुसुम गुप्ता ने कहा कि थैलेसीमिया में सामान्य हीमोग्लोबिन का उत्पादन कम हो सकता है, जिससे एनीमिया एवं कई अन्य समस्याएं हो सकती हैं।