गाजियाबाद (TBC News)। त्योहारों का मौसम शुरू होने वाला है। त्योहारों में पानी का खर्च अधिक होता है। लेकिन, सभी त्योहार बगैर गंगाजल के मनाने होंगे। आदेश के अनुसार, नहर की सफाई की वजह से गंगाजल प्लांट 24 अक्टूबर की रात से लेकर 14 नवंबर तक बंद रहेगा। इस फरमान से नोएडा और गाजियाबाद में पानी को लेकर चिंता बढ़ गई है।
सिद्धार्थ विहार में 245 एमएलडी की क्षमता का प्लांट है। इस प्लांट से 80 प्रतिशत पानी नोएडा, 15 प्रतिशत जीडीए और पांच प्रतिशत आवास विकास के क्षेत्र में आपूर्ति की जाती है। एक बार गंगाजल प्लांट में पानी बंद होने के बाद केवल दो समय का ही पानी बच जाता है। ऐसे में 25 अक्टूबर की रात से लोगों को पानी की किल्लत शुरू होगी। बड़ी बात यह है कि गंगाजल की शहर में ढंग से आपूर्ति शुरू नहीं हुई है। दूसरी तरफ, शहर में आएदिन कहीं न कहीं पानी की आपूर्ति बाधित हो रही है। शहर के सेक्टरों में पाइपलाइन लीकेज की घटनाएं बढ़ रही हैं।
नोएडा अथॉरिटी के जल विभाग अधिकारी ने बताया कि शहर में हर दिन करीब 400 एमएलडी पानी की खपत होती है। इसमें 250 एमएलडी गंगाजल गाजियाबाद से आता है। हर वर्ष गंग नहर की सफाई के चलते नहर का पानी की आपूर्ति लगभग 20 दिन बंद रहती है। इस दौरान शहर में हाई टीडीएस की समस्या बनी रहती है। उन्होंने बताया कि पूरी कोशिश है कि कहीं पर पानी का संकट न होने पाए। गंगाजल की सप्लाई न होने से कुछ इलाकों में प्रेशर की समस्या जरूर हो सकती है। लेकिन, उसको भी दूर करने की कोशिश की जा रही है। जहां पर भी पानी की समस्या होगी, वहां टैंकर भेजे जाएंगे।