गाजियाबाद (TBC News)। सांसद और केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग एवं नागर विमानन राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह के बारे में मंगलवार को कुछ मीडिया संस्थानों की तरफ से भ्रामक खबरे चलाई गई। सांसद वीके सिंह द्वारा इस विषय पर संज्ञान लिया गया और इसका खंडन करते हुए एक प्रेस नोट जारी किया गया। जिसमें उनके द्वारा आरोप लगाया गया है कि मीडिया के माध्यम से उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।
सांसद वीके सिंह के मीडिया प्रभारी कुलदीप सिंह चौहान की तरफ से एक प्रेस नोट जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि सांसद वीके सिंह को बदनाम करने के लिए कुछ कथित भ्रामक प्रचार करने में लगे हुए हैं। सोशल मीडिया और मीडिया के माध्यम से पता चला है कि सुप्रीम कोर्ट से जुड़ी एक खबर जो किसी अन्य व्यक्ति की है, उसको सांसद वीके सिंह जी से जोड़ा जा रहा है। इस घटना के बाद कुछ लोगों ने उस खबर को एडिट करके सोशल मीडिया पर शेयर किया।
उन्होंने कहा कि सांसद विजय कुमार सिंह को बदनाम करने की साजिश रची गई। शायद यह कथित ट्रॉलर यह नहीं जानते कि सेना की रैंक का आधार क्या होता है। कभी भी मेजर जनरल रैंक का व्यक्ति सेना का अध्यक्ष नहीं होता। किसी अन्य वीके सिंह की खबर को संपादित कर गाजियाबाद के सांसद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल डॉ. विजय कुमार सिंह को बदनाम करने की एक गहरी साजिश रची गई। विज्ञप्ति में कहा गया है कि हम अपील करते हैं कि तत्काल रूप से ऐसे लोग इस तरह की सोशल मीडिया पोस्ट या किसी भी तरह की ऐसी गलत जानकारी ना फैलाएं। सांसद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह देशभक्त, निष्ठावान सैन्य अधिकारी रहे हैं। उन्होंने भारतीय सेना में रहकर कई बड़े युद्ध में अपनी भूमिका निभाई है। देश सेवा जनसेवा से जुड़े रहने वाले व्यक्ति को बदनाम करना बेहद शर्मनाक है।