गाजियाबाद(TBC News)। मोहननगर स्थित हिंडन एयरबेस पर आयोजित भव्य कार्यक्रम में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने स्पेन से आये सी-295 प्लेन को भारतीय वायु सेना को सौंपा। सोमवार को हिंडन एअरबेस पर ड्रोन शो का आयोजन किया गया, जिसमें 50 से अधिक कंपनियों ने भाग लिया।
ड्रोन के क्षेत्र में भारतीय प्रौद्योगिकी और खोज का एक अद्भुत नजारा देखने को मिला।

कृषि से लेकर सेना, चिकित्सा और कई प्रकार से उपयोगी ड्रोन के कार्य दिखाए गए। इस दौरान किसान ड्रोन एवं सर्वे ड्रोन का डेमो दिखाया गया। मिसिंग पीपल सर्च आॅपरेशन में ड्रोन की उपयोगिता दिखाई गई। साथ ही खोज एवं राहत कार्य के लिए प्रयोग किये जाने वाले ड्रोन का प्रदर्शन किया गया। आग बुझाने में काम आने वाला ड्रोन और सेना के लिए घुसपैठ को खोजने करने वाला ड्रोन, बचाव एवं प्रोटेक्ट करने वाले ड्रोन का भी प्रदर्शन किया गया।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने विधिवत तरीके से स्पेन से आये सी-295 प्लेन को भारतीय वायु सेना को सौंप दिया। इसी के साथ आज से आधिकारिक तौर पर यह कई खूबियों वाला प्लेन भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल कर लिया गया। इस प्रोग्राम में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इसे वायुसेना प्रमुख सीपी चौथरी को सौंप दिया। रक्षामंंत्री ने प्लेन की विधिवत तरीके से सर्वधर्म पूजा कर प्लेन को टीका लगाया, साथ ही प्लेन पर स्वास्तिक भी बनाया। ये विमान इसी महीने स्पेन से भारत लाया गया था। जिसके लिए 21 हजार करोड़ रुपए की स्पेन से डील की गई थी।

ये विमान 16 प्लेन रेडी टू फ्लाई कंडीशन में स्पेन से आएंगे। बाकी 40 प्लेन गुजरात के वडोदरा में टाटा एडवांस कंपनी बनाएगी। इसकी खासियत यह है कि यह 7050 किलोग्राम पेलोड ले जा सकता है। एक बार मे 71 सैनिक, 44 पेराटूपर्स, 24 स्ट्रेचर या 5 कार्गो पैलेट्स को ले जाया सकता है। ये लगातार 11 घंटे तक उड़ान भर सकता है। इसमें दो लोगों के लिए बने क्रू केबिन में टचस्क्रीन कंट्रोल के साथ साथ स्मार्ट कंट्रोल सिस्टम भी है। इसी प्रकार की कई खूबियों से लेस सी-295 एयरबस आज से वायुसेना के बेडे में शामिल हो गया है।

कार्यक्रम में गाजियाबाद के सांसद जनरल वीके सिंह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और तीनों सेना के सेनाध्यक्ष शामिल हुए। इसी के साथ आम नागरिकों को भी ड्रोन के करतब देखने का मौका मिला। भारत ड्रोन शक्ति कार्यक्रम का शुभारंभ आज हिंडन एयर बेस पर किया गया। इस दौरान मेक इन इंडिया के तहत बनाए गए स्वदेशी तकनीक से निर्मित ड्रोन की ताकत को दिखाया गया। इस कार्यक्रम में 50 ड्रोन को प्रदर्शित किया जाएगा। इस दौरान 75 से अधिक ड्रोन स्टार्टअप और कॉरपोरेट इसमें शामिल होंगे।