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आध्यात्म

फिर नहीं पास हो पाया गाजियाबाद और लोनी का मास्टरप्लान, मोदीनगर का हुआ पास

गाजियाबाद (TBC News)। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण यानि जीडीए की ओर से मास्टरप्लान-2031 का प्रस्ताव मेरठ में आयोजित हुई 162वीं बोर्ड बैठक में पेश किया गया। मेरठ मंडल की आयुक्त सेल्वा कुमारी जे. की अध्यक्षता में हुई बोर्ड बैठक में मोदीनगर का मास्टर प्लान को पास किया गया। लेकिन लोनी और गाजियाबाद के मास्टर प्लान में कई खामियों की वजह से पास नहीं हो पाया। इसे दोबारा से आपत्तियों के साथ संशोधन कर पेश किया जाएगा।
गाजियाबाद के मास्टर प्लान 2031 पर फिर से विचार करने और लोगों से आपत्तियां लेकर संशोधन के बाद दोबारा से पेश करने को कहा गया है। गाजियाबाद, लोनी और मोदीनगर का अलग-अलग मास्टर प्लान तैयार किया गया था। 29 सितंबर को मेरठ मंडल आयुक्त कार्यालय में हुई बोर्ड बैठक में तीनों मास्टर प्लान को पेश किया गया। इस दौरान सेल्जा कुमारी जे.मंडलायुक्त की अध्यक्षता में हुई बोर्ड बैठक में जीडीए वीसी और जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह, जीडीए सचिव राजेश कुमार, मुख्य नगर नियोजक सतीश चंद्र, टाउन प्लानर राजीव रत्न एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।

दुहाई और लोनी में मिक्स्ड लैंड यूज की वजह से यह पास नहीं हो सका और जिस पर अब जीडीए अधिकारियों द्वारा लोगों की आपत्तियां ली जाएंगी और संशोधन के बाद इसे दोबारा अगली मीटिंग में पेश किया जाएगा।

साथ ही वेब सिटी और सनसिटी के प्रस्ताव भी पास नहीं हो सके जिन्हें आपत्तियों के निस्तारण और संशोधन के बाद अगली मीटिंग में पेश किया जाएगा। बता दें कि मंडलायुक्त कार्यालय में मीटिंग के दौरान गाजियाबाद वार्ड नंबर 24 के पार्षद पवन कुमार गौतम किसान नेता के साथ कार्यालय के गेट पर धरने पर बैठे रहे। इस दौरान किसानों का नेतृत्व कर रहे सुनील चौधरी ने मंडलायुक्त सेल्जा कुमारी जे. को ज्ञापन सौंपा जिसमें बताया गया कि वेब सिटी और सनसिटी में कई खामियां हैं। वेब सिटी टाउनशिप का पहला फेज 2006 में पूरा कर लिया गया था और अभी भी बिल्डर की ओर से किए गए वादे पेयजल योजना की व्यवस्था नहीं की गई है। सुनील चौधरी ने बताया कि जब तक पहले फेस के वादे पूरे नहीं किए जाते हैं तब तक इसे होल्ड पर रखा जाना चाहिए।

मोदीनगर मास्टर प्लान योजना 2031 पास हो गई है। जीडीए सचिव ने बताया कि मोदीनगर का मास्टर प्लान 2031 पास हो गया है। मोदीनगर के मास्टर प्लान 2031 को इसी सप्ताह में शासन के पास भेज दिया जाएगा। क्योंकि मोदीनगर महायोजना 2031 के लिए पहले ही आपत्तियां प्राप्त कर ली गई थी जिन्हें संशोधन के बाद बैठक में पेश किया गया था। पिछली बैठक में मोदीनगर मास्टर प्लान 2031 के लिए कुछ सुझाव दिए गए थे। जिसमें राजस्व रिकॉर्ड के अनुसार तालाब, पोखर, झील, नदी, नाले आदि को भी संशोधन कर प्रस्तुत करने के लिए कहा गया था। जिसे अब बोर्ड बैठक में पास कर दिया गया है।

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