लखनऊ(TBC News)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का जन्म धर्म, सत्य और न्याय की स्थापना के लिए था। 05 हजार वर्षों से भगवान श्रीकृष्ण की वह आदर्श प्रेरणा देश व दुनिया में सम्पूर्ण मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर रही है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर हम सभी भगवान श्रीकृष्ण के भावों को अंगीकार करते हुए सकारात्मक रूप से आगे बढ़ें।

मुख्यमंत्री रिजर्व पुलिस लाइन्स में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री जी ने भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन भी किया गया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने सनातन धर्म को मिटाने का आहवान करने वालों पर जमकर वार किया। आदित्यनाथ ने कहा कि ये तुच्छ लोग सनातन का कुछ नहीं कर पाएंगे। रावण हिरण्याकश्यप और कंस ने चुनौती दी थी, लेकिन उनका सबकुछ मिट गया, कुछ नहीं बचा। पर ईश्वर बचा और आज भी है।
योगी ने कहा कि जिसने सनातन धर्म को चुनौती दी वो मिट गया। बाबर-औरंगजेब का अत्याचार भी सनातन धर्म को नहीं मिटा पाया। विरोध करने वाले भूल गए हैं कि रावण के अहंकार, बाबर और औरंगजेब भी हार गए। ऐसे में ये तुच्छ लोग कहां से सनातन को मिटा पाएंगे। योगी ने यह तक कह दिया कि ये लोग अपनी मूर्खता से सूर्य पर थूकने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन उन्हें यह नहीं पता है वह थूक उन्हीं के ऊपर गिरेगा।

योगी का यह बयान तब आया है जब पीएम मोदी ने मंत्रियों की बैठक में निर्देश दिया कि सनातन विवाद पर पूरी तैयारी से करारा जवाब दिया जाना चाहिए। पूरा विवाद तब शुरू हुआ था जब पिछले दिनों तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के द्वारा पिछले दिनों दिए गए सनातन धर्म पर विवादित बयान के बाद देशभर में माहौल गर्म हो गया है। इतना ही नहीं इस बीच उन्हीं की पार्टी के नेता ए राजा उनसे कुछ और कदम आगे निकल गए और उन्होंने भी विवादित बयान दे दिया है।
सांसद ए राजा ने कहा कि सनातन पर उदयनिधि का रुख नरम था। सनातन धर्म की तुलना सामाजिक कलंक वाली बीमारियों से की जानी चाहिए। जबकि उदयनिधि ने सनातन की तुलना मलेरिया से कर दी।