गाजियाबाद(TBC News)। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में गुरुवार को कर—करेत्तर, राजस्व प्रात्तियों एवं राजकीय देयों की वसूली की समीक्षा बैठक की गई। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बैठक में सभी न्यायालयों में उप्र राजस्व संहिता-2006 की धाराओं के अन्तर्गत प्रचलित वादों के निस्तारण का विवरण, भू-राजस्व अधिनियम की धाराओं के अन्तर्गत प्रचलित वादों के निस्तारण का विवरण, जमींदारी विनाश एवं भूमि व्यवस्था अधिनियम की धाराओं के अन्तर्गत प्रचलित वादों के निस्तारण का विवरण, समस्त न्यायालयों में कार्यरत पीठासीन अधिकारियों द्वारा मानक के अनुसार वादों निस्तारण की स्थिति, पीठासीन अधिकारियों द्वारा राजस्व वादों के निस्तारण के सम्बन्ध में सूचना, राजस्व न्यायालय कम्प्यूटरीकृत प्रबन्धन प्रणाली पोर्टल पर जनपद के समस्त न्यायालयों में पंजीकृत वादो का विवरण आदि प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इसके अलावा उप्र राजस्व संहिता 2006 की धारा 80 के अन्तर्गत वादों के निस्तारण की स्थिति की जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने सीमा स्तम्भों, कम्प्यूटरीकृत नकल, प्रयोक्ता प्रभार, स्वामित्व योजना, कर वसूली, भू—राजस्व अधिनियम, जमींदारी विनाश अधिनियम पर विशेष चर्चा की। उन्होंने सभी तहसीलदार और एसडीएम से आय—व्यय की जानकारी मांगी। इसके साथ ही यह भी जांचा कि सभी एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदारों को अपने विभाग के सम्बंध में राज्यहित और जनहित के कल्याण के बारे में कितनी जानकारी है। जिलाधिकारी राजस्व विभाग के अधिकारियों द्वारा दी गयी जानकारी से सन्तुष्ट नहीं हुए और नाराजगी व्यक्त की। जिलाधिकारी ने आदेश दिये कि राजस्व से सम्बंधित यह बैठक प्रत्येक 15 दिन में आयोजित की जायेगी।

जिलाधिकारी ने कहा कि अगली बैठक में दर्पण पोर्टल से मिले आंकडों में सुधार होना चाहिए। सभी अधिकारी बैठक से सम्बंधित पूरी तैयारी करके आयेगें। यदि आपके पास कम्प्यूटर आॅपरेटरों की कमी है तो आप उसे पूरी करें लेकिन कार्य में किसी भी प्रकार की ढ़िलाई नहीं होनी चाहिए। भू—राजस्व अधिनियम और जमींदारी विनाश अधिनियम सहित पैमाइश और बंटवारे के सभी मामले दीपावली से पूर्व ही समाप्त किये जाये। जिलाधिकारी ने कहा कि बकायेदारों से कर—वसूली की पूरी जिम्मेदारी तहसीलदार और नायब तहसीलदारों की होती है वे इस कार्य को शीघ्र अति शीघ्र निपटाये।
इस अवसर पर मुख्य रूप से एडीएम ई रणविजय सिंह, एडीएम एफआर विवेक कुमार श्रीवास्तव, सिटी मजिस्ट्रेट शुभांगी शुक्ला, एसडीएम सदर विनय कुमार सिंह, एसडीएम मोदीनगर सन्तोष कुमार राय, एसडीएम लोनी अरुण दीक्षित सहित तहसीलदार, नायब तहसीलदार सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।