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उत्तर प्रदेश

अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश, तीन शातिर वाहन चोर का गिरफ्तार

आठ चोरी के चार पहिया लग्जरी वाहन बरामद

 

गाजियाबादव। क्राइम ब्रॉन्च और थाना मधुबन बापूधाम पुलिस ने कार्रवाई करते हूए एनसीआर क्षेत्र में लग्जरी चार पहिया वाहनों की चोरी करने व बेचने वाले अन्तर्राज्यीय वाहन चोरों के गिरोह का पर्दाफाश करते हूए तीन आरोपियों का गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गिरप्तार आरोपियों के कब्जे से चोरी की 03 ब्रेजा कार, 03 मारूतिस्विफ्ट कार, 01 मारूति फ्रोन्क्स व 01 होण्डा सिटीकारव चोरी करने के इलैक्ट्रोनिक उपकरण व चाबियाँ बरामद हुई है।

पुलिस की पूछताछ पर आरोपी शकील उर्फ भुरवा ने बताया कि वह अनपढ है वह ट्रक ड्राईवर का काम करता था जिसमें ज्यादा आमदनी नही होती थी इसी बीच वह वर्ष 2010 मे सलमान के सम्पर्क मे आया और उसके साथ वाहन चोरी व लूट की वारदात करने लगा जिसमें वह पहली बार जेल गया था। जेल से छूटने के बाद भी चोरी व लूट की वारदात अलग-अलग साथियों के साथ करता रहा। जिसमें कई बार विभिन्न जनपदों से जेल जाता रहा है। वर्ष-2022 में शकील उर्फ भुरवा ने असलम, राशिद काला, हसीन के साथ मिलकर अपना वाहन चोरो का गैंग बनाया और मेरठ, गाजियाबाद व दिल्ली एनसीआर से वाहन चोरी कर मांग के अनुसार सप्लाई करने लगा। वही अन्य एक आरोपी हसीन ने बताया कि वह अनपढ है व गाँव में खेतों में मजदूरी का काम करता है परन्तु खेती में ज्यादा फायदा न होने के कारण अपराध करने लगा फिर वह असलम के सम्पर्क मे आया और उसके साथ लग्जरी कारें चोरी करने लगा वर्ष 2019 में दिल्ली से जेल गया था। जेल से छूटने के बाद वह अपराध मे लिप्त रहा और अपने साथियों के साथ लग्जरी गाडियां चोरी करके मांग के अनुसार सप्लाई करने लगा जिसमे वह पूर्व मे भी कई बार जेल जा चुका है। साथ ही समीर ने पूछताछ पर बताया कि वह जोधपुर राजस्थान का रहने वाला है तथा 10वीं पास है पहले वह टायर पन्चर की दुकान करता था बाद में वर्ष 2021 मे इसने स्पेयर पार्टस की दुकान खोली जिसमें फायदा नही हो रहा था इसी बीच यह जोधपुर के ही साजिद खान व अरशद के सम्पर्क मे आया उन्होने बताया कि वो लोग दिल्ली एनसीआर क्षेत्र से गाडियां चोरी करके लाते है और उसकी सप्लाई करते है जिसमें काफी आमदनी होती है इस पर समीर इन लोगो से जुड गया और चोरी की गाडियों की खरीद-फरोख्त व उनको काट कर उनके पार्टस अलग-अलग करके बेचने लगा इस काम के लिए समीर ने जोधपुर में एक अलग से गोदाम ले रखा है।

शकील उर्फ भुरवा ने बताया कि हम लोगों का वाहन चोरी करने व बेचने वालो का एक संगठित गिरोह है गिरोह में हमारे अलावा हसीन, असलम, राशिद काला, अज्जू उर्फ अजरूद्दीन, हाफिज, अरशद, अब्दुल खालिक व समीर सक्रिय सदस्य है जो दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में लग्जरी गाडियों को उनकी मांग के अनुसार चोरी कर उसके इंजन नम्बर व चेसिस नम्बर में टैम्परिंग करके उसके फर्जी कागजात तैयार करके दूसरे राज्यों में बेच देते हैं। गाड़ी की डिमाण्ड राजस्थान से अरशद, अब्दुल खालिक व समीर तथा मेरठ से अज्जू उर्फ अजरूद्दीन व हाफिज बताते हैं।

शकील उर्फ भुरवा अपने साथी हसीन, राशिद काला व असलम के साथ डिमाण्ड वाली गाड़ीकी चोरी करने हेतु कार से ही रैकी करते हैं और जब रैकी करने के बाद गाड़ी को चिन्हित कर लेते हैं, तब मौका देखकर ये लोग इलैक्ट्रोनिक डिवाईस (टैब) के माध्यम से नकली चाबी बना लेते है और गाड़ी चोरी करके कुछ दूर जाने के बाद उसकी नम्बर प्लेट चेन्ज कर देते हैं और जीपीएस चैक करके उसको निकालकर फेक देते हैं। फिर चोरी की गाड़ी को अपने छुपाने के स्थानों पर ले जाकर खड़ी कर देते हैं, बाद में जिन साथियों ने डिमाण्ड की होती है वह आकर उस गाड़ी को ले जाते है।

राजस्थान के समीर, अरशद व अब्दुल खालिक आकर गाडियाँ ले जाने के बाद एक्सीडेन्टल व टोटल ल़ॉस की गाडियों के इंजन व चेसिस नम्बर को इन चोरी की गाडियों पर नम्बर टैम्पर करके बेच देते है या उन गाडियों को काटकर उनके पार्टस अलग-अलग बेच देते है। इसमें जो भी फायदा होता था वह हम लोग आपस में बराबर-बराबर बांट लेते थे। अभियुक्त समीर पूर्व मे भी वाहन चोर आलम व फजर तथा अपने राजस्थान के ही साथी साजिद खान के साथ वर्ष 2023 में गाजियाबाद से वाहन चोरी व बरामदगी में जेल जा चुका है।

पुलिस पूछताछ पर यह भी बताया कि जब हम गाड़ी चुराने आते थे तो उस समय पहचान छुपाने के लिए अपनी गाड़ी की नम्बर प्लेट बदलकर-बदलकर फर्जी नम्बर प्लेट लगाकर पहले से तयशुदा स्थान पर इकठ्ठा हो जाते थे और मोबाइलों को फ्लाइट मोड़ पर कर लेते थे। हम लोग आपस में व्हाट्स-एप पर ही मैसेज व कॉल करते थे, आपस में नोर्मल कॉल करने से बचते हैं।

अभियुक्तगण काफी शातिर किस्म के अपराधी हैं जिनके द्वारा आसपास के राज्यों में चोरी की कई वारदातों को अंजाम दिया गया है । अभियुक्तगण शातिर वाहन चोर है तथा 10-15 वर्षो से वाहन चोरी कर रहे है तथा पूर्व में भी कई बार वाहन चोरी में जेल जा चुके हैं। अभियुक्तों से मिली जानकारी के आधार पर अन्य अभियुक्तों व चोरी की गाड़ियों की खरीद-फरोख्त करने वालों की गिरफ्तारी व बरामदगी हेतु टीम बनाकर कार्यवाही की जा रही है।

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