गाजियाबाद। झाँसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड की पृष्ठभूमि में अग्निशमन एवं आपात सेवा मुख्यालय के निर्देशानुसार गाजियाबाद के मुख्य अग्निशमन अधिकारी के नेतृत्व में जनपद के सभी फायर स्टेशन क्षेत्रांतर्गत संचालित विभिन्न अस्पतालों और नर्सिंग होम्स में अग्निशमन अधिकारी, कोतवाली फायर स्टेशन एवं अग्निशमन द्वित्तीय अधिकारी, वैशाली, साहिबाबाद और लोनी फायर स्टेशन के साथ संयुक्त रूप से अग्निदुर्घटना के दृष्टिकोण से जीवन का बचाव एवं सुरक्षा को सर्वोपरि प्राथमिकता पर रखते हुए प्रत्येक वार्ड, यूनिट और तल से आपातकालीन निकास की सुविधा, अस्पताल के कवर्ड एरिया और ऊंचाई के अनुसार अनिवार्य एवं स्थापित फायर इक्विपमेंट्स की कार्यशीलता की जांच की गई।
साथ ही इवेक्युएशन ड्रिल, संस्थान के स्टॉफ को मूलभूत प्रशिक्षण एवं जानकारी, संस्थानों के इलेक्ट्रिकल सेफ्टी ऑडिट सर्टिफिकेट की जाँच, अधिकृत बेड की संख्या के सही अनुपात में स्कूप स्ट्रेचर एवं स्टेयरकेस फ्रेंडली व एडजस्टेबल व्हील चेयर्स की पर्याप्त उपलब्धता, स्थानीय जिला प्रशासन, फायर स्टेशन एवं पुलिस स्टेशन के महत्वपूर्ण अधिकारियों व व्यक्तियों के मोबाईल और फोन नंबर की सूचना पट पर सही और अपडेटेड जानकारी इत्यादि बिंदुओं को ध्यान में रखकर निरीक्षण किया गया।
इस दौरारन जिन अस्पतालों और नर्सिंग होम्स में कमियां पाईं गईं उनको नोटिस भेजा गया है साथ ही जनपद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी और अन्य संबंधित विभागों को भी ऐसे संस्थानों की जानकारी प्रेषित की गई है। निरीक्षण किए गए अस्पतालों में यशोदा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल कौशांबी व नेहरू नगर, शान्ति गोपाल अस्पताल इंदिरापुरम और नरेन्द्र मोहन अस्पताल मोहन नगर, एमo एमo जीo जिला अस्पताल आदि प्रमुख हैं।