गाजियाबाद (टीबीसी न्यूज)। भारत की पहली रैपिड रेल परियोजना के पहले चरण का काम लगभग पूरा हो गया है। पहले चरण में साहिबाबाद से दुहाई तक रैपिड रेल चलाई जाएगी। मेट्रो के संचालन की तरह ही रैपिड रेल के संचालन के लिए कंपनी का गठन किया गया है। जिसे नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरेपोरशन नाम दिया गया। रैपिड रेल को नया नाम रैपिड एक्स मिला है।
रैपिड एक्स के लिए स्टेशनों का काम पूरा हो गया है। सफर में टिकट के लिए आॅटोमेटिक मशीन लगाने का काम पूरा हो गया है। सभी स्टेशनों पर टिकट वेंडिंग मशीनें लगा दी गई है। इससे यात्रियों को यूपीआई का विकल्प भी है। इसके लिए मशीन पर एक क्यूआर कोड आएगा, जिसके माध्यम से यात्री पेमेंट कर सकेंगे।
यूपीआई के अलावा बैंक नोट, के्रडिट और डेबिट कार्ड और एनसीएमसी कार्ड वैलेट के जरिए भी टिकट लिया जा सकता है।
अगस्त में शुरू हो सकता है संचालन
रेल सेवाओं को गति देने के उददेश्य से शुरू की जा रही रैपिड रेल के पहले चरण का शुभारंभ अगस्त में हो सकता है। इसका शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। सूत्रों के अनुसार, प्रदेश सरकार की ओर से प्रधानमंत्री कार्यालय को पहले चरण का काम जुलाई के पहले सप्ताह तक पूरा होने की जानकारी दे दी गई। इसके बाद प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से शुभारंभ की तिथि तय की जाएगी। यह भी कहा जा रहा है कि 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारियों के सिलसिले में पश्चिम उत्तर प्रदेश में रैली करने के दौरान प्रधानमंत्री रैपिड एक्स का उदघाटन कर सकते हैं यानि प्रधानमंत्री द्वारा एक साल रैपिड रेल का उदघाटन और जनसभा को संबोधित करने का कार्यक्रम तय किया जा रहा है।
अंतिम चरण का काम जारी है
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रैपिडएक्स यानि रैपिड रेल के संचालन को लेकर काफी समय से तैयारियां चल रही है। रेल का यह रूट निर्माण के अंतिम चरण में हैं। ट्रेनों का ट्रायल रोज किया जा रहा है। पहले चरण में दुहाई डिपो से साहिबाबाद स्टेशन तक रैपिड रेल रफ्तार भरेगी। प्रत्येक ट्रेन में एक कोच महिलाओं के लिए आरक्षित होगा। आगे से दूसरे नंबर का कोच सिर्फ महिलाओं का होगा।
अन्य राज्यों में भी रैपिड रेल
रैपिड रेल को दिल्ली से राजस्थान के अलवर तक चलाने की मंजूरी मिल चुकी है। इस रूट पर भी काम चल रहा है। वहीं, हरियाणा सरकार ने दिल्ली से गुरुग्राम और पानीपत के लिए दो रूट पर रैपिड रेल चलाने का फैसला लिया है। यूपी की देखादेखी अब दूसरे राज्यों में भी बड़े शहरों को आपस में जोड़ने के लिए रैपिड रेल परियोजना को मंजूरी दी जा रही है। मुंबई और पुणे को जोड़ने के लिए रैपिड रेल की डीपीआर बनाई जा रही है।
वंदे भारत से भी तेज गति से दौड़ेगी
रैपिड रेल की सबसे बड़ी खासियत इसकी स्पीड है। टेÑन की अधिकतम गति 180 किमी प्रति घंटा होगी। हालांकि परिचालन के दौरान इसकी स्पीड 160 किमी प्रति घंटा होगी। वहीं वंदे भारत एक्सप्रेस की गति भी 180 किमी प्रति घंटा है। लेकिन सुरक्षा कारणों से इसे 130 की स्पीड से चलाई जा रही है।
कॉरिडोर की कुल लंबाई 82 किमी
रेपिड रेल के कॉरिडोर की कुल लंबाई 82 किमी है। इसमें 14 किमी का हिस्सा दिल्ली में है बाकी 68 किमी उत्तर प्रदेश में हैं। इसके पहले चरण में 17 किमी में परिचालन किया जाएगा। यह परिचालन साहिबाबाद स्टेशन से दुहाई के बीच होगा। इसमें पांच स्टेशन साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो स्टेशन है। दुहाई डिपो स्टेशन में ट्रेन का कमांड कंट्रोल सिस्टम बनाया गया है।