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उत्तर प्रदेश

बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम पर होगा जीरो पॉवर्टी कार्यक्रमः मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हजरतगंज स्थित बाबा साहेब की प्रतिमा पर किया पुष्पार्चन

 

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की कि उत्तर प्रदेश में जीरो पॉवर्टी कार्यक्रम बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम पर होगा। यह कार्यक्रम इसी महीने आगे बढ़ाने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हर गरीब-वंचित को गरीबी रेखा से ऊपर उठाने के लिए पीएम मोदी की प्रेरणा से सरकार ने जीरो पॉवर्टी कार्यक्रम को अपने हाथ में लिया है। जीरो पॉवर्टी का मतलब कोई गरीब-वंचित न रह पाए। वह सभी प्रकार की सुविधाओं से युक्त हो। पिछले 8 वर्ष में मुसहर, थारू, वनटांगिया, कोल, बुक्सा, चेरो, गोड़, सहरिया को पूरी तरह से सेचुरेट करने का कार्य किया गया। हर जरुरतमंद को सुविधाओं का लाभ दिलाया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती पर अंबेडकर महासभा की तरफ से सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में अपनी बातें रखीं। मुख्यमंत्री ने स्मारिका का भी विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले चरण में 14-15 लाख परिवारों को जोड़ेंगे। हर ग्राम पंचायत में 20-25 ऐसे परिवार होंगे, जिन्हें बहुत सारी सुविधाएं नहीं मिली होंगी। डबल इंजन सरकार उन्हें वह सुविधा उपलब्ध कराएगी। सीएम ने कहा कि यह योजना इसलिए बाबा साहेब के नाम पर जानी जाएगी, क्योंकि देश में शैक्षणिक, सामाजिक व आर्थिक रूप से समुन्नत करने का दर्शन उन्होंने ही दिया था। यूपी देश का पहला राज्य होगा, जो जीरो पॉवर्टी के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में कदम बढ़ाएगा।

सीएम योगी ने कहा कि 1891 में मध्य प्रदेश के महू में उनका जन्म हुआ। विलक्षण बुद्धि और कुछ करने की तमन्ना के भाव के कारण उन्होंने उच्च शिक्षा के लिए इंग्लैंड की तरफ प्रस्थान का निश्चय किया। महाराजा बडोदरा ने छात्रवृत्ति दी, जिस पर वे वहां गए और दुनिया की उच्चतम शिक्षा की डिग्री हासिल कर वापस भारत आए। उनका एक ही संकल्प था कि कोटि-कोटि वंचितों-दलितों को उनका अधिकार दिलाना है। न सिर्फ देश, बल्कि नागरिकों की आजादी के लिए भी कार्य करना है। बाबा साहेब देश की आजादी के आंदोलन में कूद पड़े। मुख्यमंत्री ने कहा कि 1946 में संविधान सभा का गठन हुआ। पहली संगठित सरकार के न्याय मंत्री और संविधान समिति के ड्राफ्टिंग कमेटी के अध्यक्ष के रूप में कार्य करने का अवसर मिला। भारत का संविधान आज भी प्रत्येक नागरिकों को जोड़ने का सामर्थ्य रखता है। जो लोग भारत की एकता के पक्षधऱ नहीं थे, वे हंसते थे कि भारत स्वतंत्र तो हो रहा है पर एकजुट नहीं रह पाएगा। उनकी मंशा धरी की धरी रह गई। उत्तर से दक्षिण व पूरब से पश्चिम तक 140 करोड़ लोग एकता के सूत्र में बंधे हैं। संविधान के कारण भारत ने सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में आज भी अपनी धाक जमाई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहेब के सपने को साकार करने का प्रयास पहली बार अटल जी ने प्रारंभ किया, उसे नई गति दी पीएम मोदी ने। शैक्षणिक हो या आर्थिक, हर क्षेत्र में सर्वांगीण विकास के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके। पीएम मोदी ने इसे आगे बढ़ाया। दुनिया में भारत एक मात्र ऐसा देश है, जिसने कोरोना में भी हर नागरिक को उसका अधिकार दिलाया। सीएम ने केंद्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं का भी जिक्र किया।

लोगों को लगता था कि पिछले मुख्यमंत्री नहीं आए, मैं भी नहीं आऊंगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष में दो-तीन बार इस कार्यक्रम में आने का अवसर प्राप्त होता है। 2017 में जब बाबा साहेब की जयंती पर मैंने निर्मल जी को फोन किया तो उन्होंने कहा कि हमें बहुत अच्छा लगेगा, क्योंकि पिछले मुख्यमंत्री नहीं आए थे। मैंने कहा कि मैं आऊंगा। उस समय घोषणा की गई कि गरीब जहां रहेगा, उसे वहीं जमीन का पट्टा और पक्का मकान उपलब्ध कराएंगे। यूपी ने अब तक एक करोड़ गरीब-दलित परिवारों को पीएम स्वामित्व योजना के तहत घरौनी उपलब्ध करा दी है। उसे कोई उजाड़ नहीं सकता है। अब तक 56 लाख गरीबों का आवास की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।

मुख्यमंत्री ने बाबा साहेब व जोगेंद्र नाथ मंडल का जिक्र करते हुए कहा कि इतिहास की घटनाएं सबक होती हैं। बाबा साहेब को बहुत सारे लोगों ने लालच दिया, लेकिन वे टस से मस नहीं हुए। बाबा साहेब ने ‘आदि से अंत तक भारतीय हूं’ संकल्प का उद्घोष किया। उन्होंने अपमान सहा, लेकिन भारत को अपमानित नहीं होने दिया। इस महानता के कारण स्वतंत्र भारत उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करता है। देश में बाबा साहेब की पूजा हो रही है, लेकिन जोगेंद्र नाथ मंडल के बारे में कोई नहीं जानता। इतिहास की गलतियां माफ नहीं करती हैं। समाज-देश को कमजोर करने वाला कार्य कभी नहीं होना चाहिए। हमारा अस्तित्व तभी है, जब देश है। देश को कमजोर करने वाली ताकतें काम कर रही हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान और बांग्लादेश हमारे लिए सबक है। मोदी जी ने दलितों-वंचितों को सम्मान दिलाया। बाबा साहेब के पंचतीर्थों हों या बांग्लादेश-पाकिस्तान व अफगानिस्तान में पीड़ित-प्रताड़ित मानवता, उन्हें भारत में शरण दिया। वहीं कुछ लोगों ने आंदोलन के जरिए व्यवस्था बिगाड़ने का कार्य किया। कांग्रेस व सपा ने बाबा साहेब के जीते जी उनका अपमान किया और कोशिश की कि न रहने के बाद भी उनके मूल्य-आदर्श स्थापित न हों। कांग्रेस ने दिल्ली में उनका स्मारक नहीं बनने दिया। सपा कहती थी कि बाबा साहेब का स्मारक बनेगा तो तोड़ेंगे, लेकिन आज बाबा साहेब को सम्मान मिल रहा है, उनके मूल्यों-आदर्शों के प्रति पूरा भारत सम्मान व कृतज्ञता ज्ञापित कर रहा है।

अन्याय-अत्याचार व भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने से ही बाबा साहेब के सच्चे अनुयायी कहलाएंगे
सीएम ने आह्वान किया कि हम सभी बाबा साहेब के मूल्यों के प्रति जागरूक हों। उन्होंने कहा था कि शिक्षित बनो, शिक्षित रहेंगे तो भटक नहीं पाएंगे। सरकार सुविधा दे रही है, उसका लाभ लेकर बच्चों को पढ़ाइए। उन्होंने संगठित होकर कार्य करने, वंचितों-दलितों की मदद, आर्थिक रूप से समुन्नत बनने को कहा और यह सब शिक्षा से ही संभव है। उस मार्ग का अनुसरण करेंगे तो आने वाली पीढ़ी को उज्ज्वल भविष्य दे पाएंगे। अन्याय-अत्याचार व भ्रष्टाचार के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाने के लिए तैयार होने से ही हम बाबा साहेब के सच्चे अनुयायी कहलाएंगे। अतिथियों का स्वागत अंबेडकर महासभा के अध्यक्ष व विधान परिषद सदस्य लालजी प्रसाद निर्मल ने किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार की सुबह सबसे पहले हजरतगंज स्थित भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पार्चन किया। कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण, महापौर सुषमा खर्कवाल, राज्यसभा सांसद बृजलाल, विधायक योगेश शुक्ल, ओपी श्रीवास्तव, विधान परिषद सदस्य मुकेश शर्मा, पवन सिंह चौहान आदि मौजूद रहे।

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