नई दिल्ली। आयुष मंत्रालय राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों के माध्यम से राष्ट्रीय आयुष मिशन (एनएएम) की केंद्र प्रायोजित योजना को लागू कर रहा है। एनएएम के तहत, पिछले पाँच वर्षों के दौरान राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों से उनकी राज्य वार्षिक कार्य योजनाओं (एसएएपी) के माध्यम से प्राप्त प्रस्तावों के अनुसार, एनएएम दिशानिर्देशों के प्रावधान के अनुसार विभिन्न गतिविधियों और आयुष प्रणालियों के समग्र प्रचार-प्रसार के लिए उन्हें वित्तीय सहायता के रूप में 276529.87 लाख रुपये की समेकित राशि जारी की गई है।
एनएएम के तहत, राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों द्वारा उनके एसएएपी के माध्यम से प्रस्तुत प्रस्तावों के अनुसार, आयुष मंत्रालय ने पिछले पांच वर्षों के दौरान 145 एकीकृत आयुष अस्पतालों (आईएएच) की स्थापना को मंजूरी दी है। स्वीकृत आईएएच की राज्य और जिलावार स्थिति अनुलग्नक-I में दी गई है। इसके अलावा, एसएएपी के माध्यम से राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों से प्राप्त प्रस्तावों के अनुसार पिछले पांच वर्षों के दौरान दवाओं की आपूर्ति और आयुष अस्पतालों/औषधालयों के उन्नयन की गतिविधियों के तहत मौजूदा आयुष अस्पतालों और औषधालयों को भी सहायता दी गई है।
आयुष ग्राम एक अवधारणा है, जिसमें आयुष जीवन शैली के सिद्धांतों और अभ्यास तथा स्वास्थ्य देखभाल के हस्तक्षेपों को अपनाने के लिए गांवों का चयन किया जाएगा। एनएएम दिशा-निर्देशों के अनुसार, एक ब्लॉक के 2-3 गांवों में 2000-3000 की आबादी को कवर करने वाली प्रति इकाई 3.0 लाख रुपये की वित्तीय सहायता का प्रावधान है। एसएएपी के माध्यम से राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा प्राप्त प्रस्तावों के अनुसार, पिछले पांच वर्षों के दौरान देश में आयुष ग्राम के तहत 699 आयुष ग्राम इकाइयों को सहायता प्रदान की गई है, लेकिन मंत्रालय में जिलेवार डेटा नहीं रखा जा रहा है। अनुमोदित आयुष ग्रामों की राज्य/केंद्र शासित प्रदेशवार स्थिति अनुलग्नक-II में दी गई है।