शिक्षक दिवस पर मुख्यमंत्री ने प्राथमिक विद्यालयों के 02 लाख 09 हजार से अधिक अध्यापकों को टैबलेट वितरण किया
लखनऊ (TBC News)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जीवन शिक्षा व शिक्षा जगत के लिए समर्पित था। उनका एक शिक्षक से भारत के सर्वोच्च संवैधानिक पद तक जाना प्रत्येक शिक्षक के लिए प्रेरणा है। अपने कृतित्व से व्यक्तित्व का निर्माण करना और उस व्यक्तित्व की विराट छाया में पूरे देश को नई दिशा देने का कार्य डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने किया था।

शिक्षक दिवस पर राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित 94 शिक्षकों के सम्मान में लोक भवन में आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इसके पूर्व, उन्होंने बेसिक शिक्षा विभाग तथा माध्यमिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों को राज्य शिक्षक पुरस्कार प्रदान किये। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्राथमिक विद्यालयों के 02 लाख 09 हजार से अधिक अध्यापकों को टैबलेट वितरण, 18,381 उच्च प्राथमिक विद्यालयों एवं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में स्मार्ट लैब्स की स्थापना का शिलान्यास और 880 आईटीसी लैब्स का शुभारम्भ भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक शिक्षक की भूमिका राष्ट्र निमार्ता की होती है। प्राचीन काल से ही भारत ने अपने शिक्षकों की परम्परा को किसी ना किसी रूप में मान्यता दी है। समाज ने शिक्षक को सम्मान व श्रद्धा के साथ विशेष स्थान देने का कार्य किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के 94 शिक्षकों, को अपने क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करने के लिए सम्मानित किया गया है। इनमें बेसिक शिक्षा परिषद के 75 शिक्षक और माध्यमिक शिक्षा विभाग के 19 शिक्षक शामिल हैं। सम्मानित शिक्षकों का व्यक्तित्व और कृतित्व अन्य लोगों के लिए प्रेरणादाई बना है। शिक्षक हमेशा शिक्षक होता है। आप सभी पर एक बड़ी जिम्मेदारी है। माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा 56 लाख बच्चों की मात्र 14 दिन में नकल विहीन परीक्षा आयोजित कराकर 15 दिन में परिणाम देना प्रशंसनीय कार्य है। यह परिवर्तन हर स्तर पर दिखना चाहिए। हमें स्किल डेवलपमेन्ट के कार्यों को आगे बढ़ाना होगा। इस मौके पर माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। इस अवसर पर मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव बेसिक एवं माध्यमिक शिक्षा तथा वित्त दीपक कुमार, महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनन्द सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी व शिक्षक उपस्थित थे।