गाजियाबाद(TBC News)। गाजियाबाद में डेंगू के मामले कम होने के बदले बढ़ते ही जा रहे हैं। इसके साथ ही मौतों की संख्या में बढ़ रही है। वसुंधरा सेक्टर-1 में रहने वाली महिला की शनिवार रात डेंगू की वजह से मौत हो गई। लोगों का आरोप है कि यहां फॉगिंग नहीं की जाती है। चंद्रशेखर पार्क एरिया निवासी महिला निशा कई दिनों से बुखार से पीड़ित थी। उसके प्लेट्लेट्स की संख्या में लगातार गिरावट आ रही थी।

उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन वह बच नहीं पाई। आरडब्ल्यूए संरक्षक कैलाश चंद्र शर्मा ने बताया कि काफी समय से इलाके में फॉगिंग की मांग की जा रही है, लेकिन विभाग मशीन खराब होने का हवाला देकर सही ढंग से फॉगिंग नहीं कर रहा। अगर समय पर फॉगिंग हो जाती तो यह मौत नहीं होती। समिति ने नगर आयुक्त को पत्र लिखकर इलाके को डेंगू मुक्त करने की अपील की है।
जिले में डेंगू का खतरा कम होता नजर नहीं आ रहा है। रविवार को डेंगू के 13 नए मरीजों की पुष्टि हुई। जिला सर्विलांस अधिकारी (डीएसओ) डॉ. आरके गुप्ता बताते हैं कि डेंगू के लक्षण आने पर डॉक्टर से परामर्श लेने में देर न करें। उन्होंने कहा कि संतुलित और पौष्टिक आहार लें और नियमित अंतराल पर पानी और अन्य पेय पदार्थ पीते रहें। डेंगू के मामले में सावधान रहने की जरूरत है। समय से उपचार न होने पर स्थिति बिगड़ सकती है। रविवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से डेंगू के 13 नए मरीजों की पुष्टि की गई है। जिसके बाद जिले में डेंगू संक्रमण की चपेट में आने वालों की संख्या 414 हो गई है। इनमें से 70 एक्टिव पेशेंट हैं और 40 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। डीएसओ के अनुसार रविवार को विभाग की 250 टीमों ने 289 इलाकों में 3039 घरों में सर्वे किया। इस दौरान 37 घरों में डेंगू लार्वा मिला और 4 को नोटिस दिया गया है।
नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने सभी सौ वार्डों में फॉगिंग के निर्देश दिए है। उन्होंने अपर नगर आयुक्त अरुण यादव और जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश को निगरानी की जिम्मेदारी दी है लेकिन फॉगिंग नहीं हो रही है।